Broadband क्या होता है ? How Broadband works - Hindi

Broadband क्या होता है ? How Broadband works - Hindi

नमस्ते दोस्तों क्या आप जानते हो की Broadband क्या होता है और यह कैसे काम करता है? अगर आपको Broadband के बारे में कुछ भी पता नहीं है तो आज के इस पोस्ट में आप बने रहिए क्योंकि इस पोस्ट के जरिए मैं आपको बताऊंगा कि Broadband क्या होता है और कैसे काम करता है और साथ ही हम इसमें Broadband के प्रकार के बारे में जानेंगे कि Broadband कितने प्रकार के होते हैं और सभी के बारे में एक-एक करके बात करेंगे तो चलिए शुरू करते हैं ;

Broadband क्या होता है?


Broadband इंटरनेट का ही प्रकार है जिसमें डेटा को तेजी के साथ और बड़ी मात्रा में ट्रांसमिट किया जाता है। इसका उपयोग विभिन्न इंटरनेट गतिविधियों के लिए किया जाता है जैसे;वेब सर्फिंग, ईमेल, ऑनलाइन गेमिंग, डाउनलोडिंग, स्ट्रीमिंग वीडियो, वीडियो कॉलिंग आदि भारत में ब्रॉडबैंड इंटरनेट के लिए वोडाफोन, एयरटेल, जिओ, बीएसएनल आदि जैसी कई कंपनियों की सेवाएं उपलब्ध है। इसका प्रयोग मुख्यताः इंटरनेट की बेहतर स्पीड और फास्ट डाउनलोडिंग के साथ-साथ इंटरनेट पर तेजी से काम करने के लिए किया जाता है।

Broadband कैसे काम करता है


Broadband एक हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन है जो इसके उपयोगकर्ता को वायरलेस, फाइबर, केबल और DSL के माध्यम से इंटरनेट से कनेक्ट करता है। यह बहुत ही कम समय में बहुत बड़ी मात्रा में डाटा ट्रांसफर कर सकता है। Broadband कनेक्शन में डाटा सिग्नल कंपनी द्वारा उपलब्ध कराए गए इंस्टेंट कनेक्शन पर काम करता है। कंपनी एक नेटवर्क नामित करती है जिसे करियर कैप्टिव या प्रोजेक्ट कहा जाता है उपयोगकर्ता कंप्यूटर स्मार्टफोन या अन्य डिवाइस के माध्यम से वाहक के साथ संबंध स्थापित करके विश्वसनीय इंटरनेट उन तक पहुंचता है। यह इंटरनेट या Broadband कनेक्शन सेवा प्रदाता (ISP) द्वारा संचालित होता है जो उपयोकर्ता को इंटरनेट से कनेक्ट करता है।

broadband-kya-hai



Broadband कनेक्शन भी एक अन्य महत्वपूर्ण संगठनात्मक तत्व हो सकता है जो विभिन्न उपयोगकर्ताओं तक डाटा ले जाने में भूमिका निभाता है इसे विद्युत नेटवर्क (LAN) कहा जाता है और इसका उपयोग कार्यालय या संगठनों में इंटरनेट कनेक्शन शेयर करने के लिए किया जाता है। Broadband कनेक्शन में डाटा पैकेट नेटवर्क के भीतर तेजी से रूट किए जाते हैं डाटा को इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP) संदेश की गंभीरता के स्तर (TCP या UDC) स्रोत और गंतव्य IP पते और अन्य डाटा जानकारी के बारे में जानकारी के साथ टैग किया जाता है यह डाटा पैकेट उपयोगकर्ता के उपकरण तक पहुंचाने के लिए राउटर और स्विच के माध्यम से सार्वजनिक या निजी संचार लाइनों पर प्रसारित होते हैं। इंटरनेट से जुड़े उपकरण जैसे; कंप्यूटर, मोबाइल फोन, टैबलेट डाटा पैकेट प्राप्त करते हैं और उन्हें उपयोगकर्ता के डिवाइस पर प्रदर्शित करने के लिए उपयोगकर्ता द्वारा चुने गए अनुपात में पुनः स्वरूपित करते हैं।

Broadband के प्रकार

Broadband के प्रकार निम्नलिखित है ;

1. DSL ( Digital Subscriber Line); 
DSL का मतलब होता है "Digital Subscriber Line" यह पहले से स्थित तांबे के टेलीफोन की तारों का यूज करके हाई स्पीड से इंटरनेट को प्रसारित करता है। यह एक अच्छा और सस्ता कीमत का ब्रॉडबैंड है। अगर आपके यहां से फोन एक्सचेंज दूर है तो इससे इंटरनेट की गति प्रभावित हो सकती है। आपके यहां से फोन एक्सचेंज जितना दूर होगा इसकी स्पीड उतनी ही धीमी होगी। इसके दो प्रकार होते है ;

1. ADSL 
2. DSLAM 

2. Cable Broadband;

इसका उपयोग मुख्यतः कार्यालय में इंटरनेट एक्सेस के लिए होता है केवल टीवी को सक्षम करने वाली केबल्स के थ्रू इस तकनीक का उपयोग किया जाता है इसलिए इसे केवल ब्रॉडबैंड कहा जाता है। केवल इंटरनेट और केबल टीवी के लिए एक जैसा ही इंफ्रास्ट्रक्चर होता है यह तेज गति इंटरनेट प्रदान करता है और मुख्यतः इसका इस्तेमाल शहरों में होता है यह होता है और यह व्यस्त घंटे के दौरान जाम के कारण इसकी स्पीड धीमी हो जाती है।

3. Fiber Optic Broadband;

कार्यालयों में इस्तेमाल किया जाने वाला नवीनतम और सबसे तेज प्रकार का इंटरनेट कनेक्शन फाइबर ऑप्टिक है। इसमें हाई स्पीड डाटा डिलीवरी पतले प्लास्टिक फाइबर का उपयोग करके पूरी की जाती है। अन्य कार्य स्थल इंटरनेट कनेक्शन विकल्पों की तुलना में फाइबर ऑप्टिक के और भी कई फायदे हैं जिसमें से तेज गति, कम विलंबता और बेहतर विश्वनीयता शामिल हैं।

4. Satellite Broadband;

ग्रामीण क्षेत्रों मैं व्यवसाय के लिए सैटेलाइट ब्रॉडबैंड का इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि यहां पर केवल इंफ्रास्ट्रक्चर बहुत ही सीमित जगह तक होता है। दुनिया भर में आप सैटेलाइट इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं भले ही इस पर कितना ही ट्रैफिक क्यों न हो इससे फर्क नहीं पड़ता। इसके अतिरिक्त सैटलाइट इंटरनेट मौसम से प्रभावित नहीं होता जो दूर दराज के क्षेत्र में स्थित कंपनियों के लिए एक अच्छा विकल्प बन जाता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के कुछ क्षेत्रों में एलोन मस्क के स्टर्लिंग सैटेलाइट इंटरनेट का उपयोग किया जाता है। दूर दराज के क्षेत्र में स्थित व्यवसायों और फॉर्म को तेज गति के इंटरनेट की आवश्यकता होती है जो कि उन्हें अन्य इंटरनेट के विकल्पों से प्रदान नहीं हो पाती। तो अगर वे चाहें तो सैटलाइट इंटरनेट के विकल्प को चुन सकते हैं।

5. Wireless Broadband;

टेक्नोलॉजी की प्रगति के रूप में वायरलेस कनेक्शन अधिक प्रचलित हो जाते हैं क्योंकि वायरलेस इंटरनेट इलेक्ट्रोमैग्नेटिक किरणों का उपयोग करके डाटा प्रसारित करता है और यह बिना केवल ढांचे के स्थान का उपयोग करके इंटरनेट प्रदान करता है। वायरलेस इंटरनेट अन्य व्यापारिक इंटरनेट कनेक्शन के विकल्पों की तुलना में लगाना बहुत ही आसान है यदि व्यवसाय को लचीलेपन और तेज कनेक्शन की जरूरत है फिर उसके लिए वायरलेस कनेक्शन एक शानदार विकल्प बन जाता है। इस इंटरनेट कनेक्शन का इस्तेमाल करने के लिए आपको बस एक जगह राउटर को स्थापित करना होता है फिर आप वायरलेस इंटरनेट इस्तेमाल कर सकते हो।

इसके अलावा ब्रॉडबैंड के और भी कई प्रकार हैं जिनका उपयोग अच्छे इंटरनेट का इस्तेमाल करने के साथ साथ अलग-अलग क्षेत्र में किया जाता है मैंने जितने भी ऊपर में आपको ब्रॉडबैंड के प्रकार बताए हैं आजकल ज्यादातर इनका ही उपयोग किया जाता है।

आशा करता हूं कि मैंने जितने भी जानकारी आपको ब्रॉडबैंड के बारे में दी है या इस आर्टिकल में बताई हैं आपको अच्छी तरह से समझ में आया होगा।

Previous Post Next Post